गुनाह का दलदल
शीर्षक गुनाहों का दलदल
नीरज और मंगेश दो दोस्त हुआ करते थे जिसमे से नीरज अच्छी प्रकृति का था और मंगेश थोड़ा बुरा प्रकृति का था।
वे दोनो बचपन के दोस्त थे और एक ऑफिस पर साथ में काम किया करते थे ।
वे दोनो ऑफिस साथ में जाते और अपना काम करके घर वापस आ जाते थे और ऐसा ही सिलसिला चलता रहता था।
वे दोनो अब तक कुवारे थे उन्होंने शादी भी नहीं की थी क्योंकि उन्हें अब तक कोई भी लड़किया पसंद नहीं आई थी।
नीरज ईमानदारी से अपना काम करता और मंगेश थोड़ा लापरवाही भी करता था। नीरज के काम को देखकर उनका बॉस खुश होता और मंगल से थोड़ा परेशान होता ।
एक दिन की बात है मंगेश और नीरज अपने ऑफिस में बैठकर अपना काम कर रहे थे और अचानक से उनके ऑफिस में एक खुबसूरत लड़की आती हैं।
मंगेश लड़की को देखकर थोड़ा लट्टू हो जाता हैं और उससे बात करने की कोशिश भी करता है पर बॉस के कारण कर नही पाता।
दोपहर के समय में वह लड़की के पास जाता हैं और उससे कुछ बाते करता है _
मंगेश : नमस्ते आप यहां पर new हो लड़की : जी मंगेश: आपका नाम क्या है? लड़की: अन्नु और आपका मंगेश: जी मैं मंगेश
कुछ समय के बाद ऑफिस की छूटी हो जाती और सब घर चले गए। अगले दिन मंगेश अन्नू के पास जाता हुआ कहता है "नमस्ते अन्नू मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं"।
अन्नु कहती है (हैरानी से) _"मंगेश क्या कह रहे हो"?, यह सब मुमकिन नहीं है?
मंगेश: क्यो मैं तुम्हे पसंद नहीं ? अन्नु :ऐसी बात नहीं है। मंगेश:तो फिर अन्नु: मेरी शादी पहले से फिक्स हो चुकी है
मंगेश ,(हैरानी से),अच्छा
शाम के समय में नीरज मंगेश के घर जाता हैं
मंगेश,मंगेश,मंगेश दरवाजा खोलो मैं नीरज हु
मंगेश दरवाजा खोलने के बाद नीरज: कहा गया था?यह क्या हाल कर दिया? मंगेश: कुछ नहीं बस थोड़ी पी ली नीरज: क्या कह रहा है? मंगेश: यार वो मेरी है मैं उसको भूल नही पाऊंगा नीरज: किसकी बात कर रहा है मंगेश: अन्नु की यार मुझे वह बहुत पसंद हैं मै उसको पाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं
नीरज:कुछ गलत मत कर देना मंगेश आगे बड़ते हुए जाता हैं और अन्नू के होने वाले पति की खोज करके उसको खत्म कर देता है और मंगेश के हाथो गुनाह हो जाता है।
नीरज:यह क्या कर दिया मेरे भाई मंगेश:रास्ते का काटा था मेरे सब खत्म कर दिया नीरज :यह गुनाह है पाप है गलत है
मंगेश :किसी को नही छोडूंगा जो मेरी हो न सकी उसे दूसरे के साथ देखने क्यो दु।
इसलिए खत्म कर दिया और जो भी मेरे बीच में आयेगा उसको खत्म कर दूंगा।
नीरज समझाते हुए_यह क्या कह रहा है? तेरी जिंदगी बर्बाद हो जायेगी तू गुनहगार बन जाएगा M मंगेश नीरज की बात को अनसुना करता है और बाहर चले जाता हैं।
नीरज अब कहा जा रहा है और यह सब क्या ली जा रहा है अपने हाथों मे ? मंगेश: अन्नु को लाने जा रहा हुं और जो जो बीच में आयेगा सबको मार दूंगा अन्नू मेरी है उसे कोई छीन नही सकता
अन्नु के घर जाने के बाद अन्नु : तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ?, यहां आने की।
मंगेश; में तुम्हे लेने आया हु अन्नु:मुझे कही नही जाना
अन्नू का भाई आता हुआ देखता है अन्नु का भाई: यह छोड़ मेरी बहन को मंगेश :,वही रुक जा जहा पर है नही तो मैं मार दूंगा अन्नु का भाई पूरी कोशिश करता है पर मंगेश अन्नु के भाई को भी मार देता है और अन्नू बेहोश हो जाती हैं।
मंगेश बेहोशी के हालत में अन्नु को ले जाता हैं और तभी अचानक से कुछ पड़ोसी भी देख लेते हैं और मंगेश उन पड़ोसी को भी खत्म कर देता है।
मंगेश धोरे धीरे गुनाह करते जाता और गुनाह के दलदल में फस जाता हैं ।
मंगेश की रिपोर्ट कुछ अज्ञात लोगों ने कर दी थी और पुलिस मंगेश को गिरफ्तार करने के लिए पहुंचती हुई मंगेश को अपने साथ ले जाकर एक लॉकप में रखते है।
अन्नू को हॉस्पिटल में रखा जाता हैं और कुछ समय के बाद होश में आने के बाद वह पूछती हैं की अब मेरा भाई ठीक है या नहीं।
अन्नु को अपने भाई और कुछ पड़ोसी के मौत के बारे में पता चलता है और तब अंजु कहती है मंगेश कहा है?
तब पुलिस कहती है की उसे हमने पकड़ लिया है और वह गुनाहों के जंजीर में फसा हुआ ।
अन्नु कहती हैं सर जी उसको कड़ी से कड़ी सजा दी जाए यहउसने सबकुछ बरबाद कर दिया।
मंगेश की हालत को देखकर नीरज कुछ नहि कर पाया और मंगेश धीरे धीरे करके गुनाह के दलदल से इतना फस गया की वह अब ज्यादा कुछ नहीं कर सकता।
मंगेश को अपने गुनाह की सजा मिली और अन्नू को इंसाफ मिला।
नीरज को भी एक सबक मिला की उसकी दोस्ती किस तरह के प्रकृति वाले के साथ थी और नीरज ने मंगेश का साथ छोड़ दिया और मंगेश अब अपने जुर्म की सजा काट रहा है
इसलिए सोच समझकर ही कोई कार्य करो और अपने उपकरण उद्देश्य में भी ध्यान रखो।
Priyanshu choudhary #प्रतियोगिता हेतु
Gunjan Kamal
11-Feb-2024 12:12 AM
👌👌🏻
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Varsha_Upadhyay
09-Feb-2024 12:58 AM
बहुत खूब
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Mohammed urooj khan
08-Feb-2024 11:34 AM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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